1. उत्तराखण्ड का इतिहास: उत्तराखण्ड एक प्राचीन
राज्य है जिसका इतिहास संसार के सबसे प्राचीन सभ्यताओं के साथ जुड़ा हुआ है। यह
राज्य अपनी विविधताओं, ऐतिहासिक महत्व और स्वाभाविक सुंदरता के लिए
जाना जाता है। उत्तराखण्ड का इतिहास तीन भागों में विभाजित किया जा सकता है -
प्राचीन इतिहास, मध्यकालीन इतिहास और आधुनिक इतिहास।
2. उत्तराखण्ड का भूगोल: उत्तराखण्ड भारत के उत्तर
पूर्वी हिमालय के एक राज्य है जो पर्वतीय और वन्य जीवन से भरा हुआ है। यहां के
उच्च शिखर, घाटी, झीलें और नदियां यहां की विविधता को दर्शाते
हैं। उत्तराखण्ड के भूगोल की विशेषताएं निम्नलिखित हैं:
- प्राकृतिक विस्तार
- तापमान और मौसम
जलवायु और वनस्पति- भूगर्भ विज्ञान
- नदी और झीलें
3.
उत्तराखण्ड की राजवव्यवस्था: उत्तराखण्ड की
राजनीति भारतीय राजनीति के साथ-साथ इसकी विशेषताओं के कारण अलग है। उत्तराखण्ड
राज्य का गठन नवंबर 2000 में हुआ था। यह एक लोकतांत्रिक राज्य है जो
विभिन्न विधाओं द्वारा चलता है। उत्तराखण्ड का विभाजन उत्तर प्रदेश से हुआ था।
4. उत्तराखण्ड की संस्कृति: उत्तराखण्ड की संस्कृति
भारतीय संस्कृति की एक अनोखी विविधता है। यहां विभिन्न जातियों की विविधताओं का
प्रभाव देखा जा सकता है। यहां के लोग अपनी विविधताओं, परंपराओं,
कला और उत्सवों को बचाते हुए अपनी संस्कृति को बनाए रखते हैं।
उत्तराखण्ड की संस्कृति के अंतर्गत निम्नलिखित विषय शामिल हैं:
- धार्मिक और त्योहार
- जीवन शैली और खान-पान
- विविध कला और वस्तुएं
- उत्तराखण्ड के स्थानों की संस्कृति
और विरासत
उत्तराखण्ड में लोक सेवा आयोग व अधीनस्थ सेवा
चयन आयोग की विभिन्न परीक्षाओं की तैयारी के लिए इन नोट्स का अध्ययन करना बेहद
आवश्यक है। इन नोट्स के अलावा अन्य उपयोगी संसाधनों का उपयोग करना चाहिए जैसे
उत्तराखण्ड के इतिहास, भूगोल, राजनीति और संस्कृति
से संबंधित अन्य पुस्तकों और अध्ययन सामग्री का भी अध्ययन करना चाहिए। कुछ
पुस्तकों के नाम निम्नलिखित हैं:
1. 'उत्तराखण्ड
का इतिहास' लेखक: डॉ. जगदीश चंद्र उपाध्याय, अजय सिंह रावत, बद्रि दत्त पांडे, हरीकृष्ण रतुड़ी।
2. 'उत्तराखण्ड
का भूगोल' लेखक: डॉ. आशा बिष्ट।
3. 'उत्तराखण्ड
की राजनीति और समाज' लेखक: डॉ. राजेन्द्र पाल सिंह
4. 'उत्तराखण्ड
की संस्कृति' लेखक: डॉ. अंजू बिष्ट
5. 'उत्तराखण्ड
के सामाजिक संस्थाएं' लेखक: डॉ. अशोक भट्ट
0 Comments